एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि धूम्रपान छोड़ने के इच्छुक लोगों अगर एक तारीख चुन के 'तत्काल धूम्रपान छोड़ दें' तो इस आदत से जान छुड़ाने की सफलता की संभावना ज्यादा होती है।
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इस आदत से क्रमिक पीछा छुड़ाने की कोशिश करने वालों की तुलना में जिन स्वयंसेवकों ने एक तारीख तय कर त्वरित धूम्रपान छोड़, तो उनमें से 25 प्रतिशत लोगों में इस आदत से पीछा छुड़ाने की संभावना दिखाई दिया।
ब्रिटेन के राष्ट्रीय इदारा बराए स्वास्थ्य (एनएचएस) का कहना है कि धूम्रपान छोड़ने के लिए इतिहास के चयन का फैसला महत्वपूर्ण है। उन्होंने सिगरेट वालों को सलाह दी है कि वादा करके तिथि चुनें और फिर निर्णय पर कायम रहें।
संस्था का कहना है कि 'जब आप खुद को मुश्किल में पाते हैं तो खुद से कहें कि' 'मैं एक कश तक नहीं लूंगा' 'और जब तक मांग खत्म न हो जाए इस पर कायम रहें।'
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के सहयोग से किए गए शोध में लगभग 700 स्वयंसेवकों दोगरवहों में विभाजित किया गया था, एक क्रमिक छोड़ने की कोशिश करने वाले गिरोह और दूसरा तुरंत देने वाला गिरोह था।
छह महीने बाद क्रमिक छोड़ने वाले गिरोह के 15.5 प्रतिशत स्वयंसेवकों ने यह आदत छोड़ दी जबकि तुरंत छोड़ने ोालेगरवह में यह संख्या 22 प्रतिशत तक थी।
इस शोध का नेतृत्व कर रहे ाोकसफर्ड विश्वविद्यालय डॉक्टर निकोल लंडसन का कहना था कि 'लगता है कि छोड़ने के प्रयासों के अंतर में वृद्धि होगी क्योंकि लोग देने की कोशिश कर रहे थे। इससे लोगों को अधिक बातें करने का मौका मिलता है, जिससे वह पूरी तरह से छोड़ सकते हैं। '
शोध में शामिल स्वयंसेवकों का कहना था कि वह क्रमिक देने तुरंत देने के लिए पसंद करते हैं, जबकि अभी भी जल्दी देने वाले गिरोह में शामिल लोगों में इस आदत से जान छुड़ाने की संभावना है।
डॉक्टर लंडसन का कहना है कि कुछ न अच्छा है कि लोग क्रमिक धूम्रपान पीछा छड़ाएँ।
शोध में शामिल सभी लोगों को सलाह और सहयोग की पेशकश, निकोटीन और वैकल्पिक उपचार के लिए उपयोग किया गया था, जिसमें निकोटीन वाली बबल गम और मुंह के अंदर करने वाला स्प्रे शामिल था। यह सभी सेवाओं एनएचएस की ओर से नि: शुल्क उपलब्ध हैं।
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